द्विपृष्ठ: Difference between revisions
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<p class="HindiText">―(म.पु./५८/श्लोक नं०) पूर्व भव नं.३ में भरतक्षेत्र स्थित कनकपुर का राजा ‘सुषेण’ था (६१)। पूर्वभव नं.२ में प्राणत स्वर्ग में देव हुआ। (७९)। वर्तमानभव में द्वितीय नारायण हुए।― देखें - [[ शलाका पुरुष#4 | शलाका पुरुष / ४ ]]।</p> | |||
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Revision as of 16:16, 25 December 2013
―(म.पु./५८/श्लोक नं०) पूर्व भव नं.३ में भरतक्षेत्र स्थित कनकपुर का राजा ‘सुषेण’ था (६१)। पूर्वभव नं.२ में प्राणत स्वर्ग में देव हुआ। (७९)। वर्तमानभव में द्वितीय नारायण हुए।― देखें - शलाका पुरुष / ४ ।