वद्दिग: Difference between revisions
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दक्षिण के गंगाधर नामक देश का राजा था । पिता का नाम (चालुक्यवंशी) अरिकेसरी था जो कृष्णराज तृतीय के अधीन था । ‘यशस्तिलकचंपू’ नामक ग्रंथ इसी की राजधानी में पूर्ण हुआ था । समय−ई. 972 के लगभग । | दक्षिण के गंगाधर नामक देश का राजा था । पिता का नाम (चालुक्यवंशी) अरिकेसरी था जो कृष्णराज तृतीय के अधीन था । ‘यशस्तिलकचंपू’ नामक ग्रंथ इसी की राजधानी में पूर्ण हुआ था । समय−ई. 972 के लगभग । <span class="GRef">(यशस्तिलकचंपू/प्रस्तावना 20/पं. सुंदर लाल)</span> । | ||
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दक्षिण के गंगाधर नामक देश का राजा था । पिता का नाम (चालुक्यवंशी) अरिकेसरी था जो कृष्णराज तृतीय के अधीन था । ‘यशस्तिलकचंपू’ नामक ग्रंथ इसी की राजधानी में पूर्ण हुआ था । समय−ई. 972 के लगभग । (यशस्तिलकचंपू/प्रस्तावना 20/पं. सुंदर लाल) ।