प्राभृत-समास: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> श्रुतज्ञान के बीस भेदों में सोलहवाँ भेद । प्राभृत श्रुतज्ञान में एक अक्षर के बढ़ने से यह ज्ञान होता है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 10, 12-13 </span>देखें [[ श्रुतज्ञान ]]</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> श्रुतज्ञान के बीस भेदों में सोलहवाँ भेद । प्राभृत श्रुतज्ञान में एक अक्षर के बढ़ने से यह ज्ञान होता है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 10, 12-13 </span>देखें [[ श्रुतज्ञान ]]</p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
श्रुतज्ञान के बीस भेदों में सोलहवाँ भेद । प्राभृत श्रुतज्ञान में एक अक्षर के बढ़ने से यह ज्ञान होता है । हरिवंशपुराण 10, 12-13 देखें श्रुतज्ञान