अभ्यंतर कारण: Difference between revisions
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जो स्वयं कार्यरूप परिणमित होता है, उसे अभ्यंतर कारण अथवा उपादान कारण कहते हैं। | जो स्वयं कार्यरूप परिणमित होता है, उसे अभ्यंतर कारण अथवा उपादान कारण कहते हैं। | ||
<p> अधिक जानकारी के लिए देखें [[ कारण#II | कारण - II]]।</p> | |||
Revision as of 15:02, 28 October 2022
जो स्वयं कार्यरूप परिणमित होता है, उसे अभ्यंतर कारण अथवा उपादान कारण कहते हैं।
अधिक जानकारी के लिए देखें कारण - II।