अर्थाधिगम: Difference between revisions
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<p class="SanskritText">प्रवचनसार / तात्पर्यवृत्ति टीका / गाथा 93/119 परमार्थतोऽर्थावबोधो यस्मात्सम्यक्त्वात्तत् परमार्थविनिश्चयाधिगमम्। </p> | <p class="SanskritText">प्रवचनसार / तात्पर्यवृत्ति टीका / गाथा 93/119 परमार्थतोऽर्थावबोधो यस्मात्सम्यक्त्वात्तत् परमार्थविनिश्चयाधिगमम्। </p> | ||
<p class="HindiText">= क्योंकि परमार्थ से सम्यक्त्व से ही अर्थावबोध होता है, इसलिए वह सम्यक्त्व ही परमार्थ विनिश्चयाधिगम है।</p> | <p class="HindiText">= क्योंकि परमार्थ से सम्यक्त्व से ही अर्थावबोध होता है, इसलिए वह सम्यक्त्व ही '''परमार्थ विनिश्चयाधिगम (अर्थाधिगम)''' है।</p> | ||
Revision as of 06:18, 29 October 2022
प्रवचनसार / तात्पर्यवृत्ति टीका / गाथा 93/119 परमार्थतोऽर्थावबोधो यस्मात्सम्यक्त्वात्तत् परमार्थविनिश्चयाधिगमम्।
= क्योंकि परमार्थ से सम्यक्त्व से ही अर्थावबोध होता है, इसलिए वह सम्यक्त्व ही परमार्थ विनिश्चयाधिगम (अर्थाधिगम) है।