अवधि मरण: Difference between revisions
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<span class="GRef"> भगवती आराधना / विजयोदया टीका/25/87/13 </span><span class="SanskritText">यो यादृशं मरणं सांप्रतमुपैति तादृगेव मरणं यदि भविष्यति तदवधिमरणम्।</span> = <span class="HindiText">जो प्राणी जिस तरह का मरण वर्तमान काल में प्राप्त करता है, वैसा ही मरण यदि आगे भी उसको प्राप्त होगा तो ऐसे मरण को <strong>अवधिमरण</strong> कहते हैं।</span> | <span class="GRef"> भगवती आराधना / विजयोदया टीका/25/87/13 </span><span class="SanskritText">यो यादृशं मरणं सांप्रतमुपैति तादृगेव मरणं यदि भविष्यति तदवधिमरणम्।</span> = <span class="HindiText">जो प्राणी जिस तरह का मरण वर्तमान काल में प्राप्त करता है, वैसा ही मरण यदि आगे भी उसको प्राप्त होगा तो ऐसे मरण को <strong>अवधिमरण</strong> कहते हैं।</span> | ||
<p> अन्य परिभाषाएं और अधिक जानकारी के लिए देखें [[ मरण#1 | मरण - 1]]</p> | <p> अन्य परिभाषाएं, भेद-प्रभेद और अधिक जानकारी के लिए देखें [[ मरण#1 | मरण - 1]]</p> | ||
Revision as of 12:08, 29 October 2022
भगवती आराधना / विजयोदया टीका/25/87/13 यो यादृशं मरणं सांप्रतमुपैति तादृगेव मरणं यदि भविष्यति तदवधिमरणम्। = जो प्राणी जिस तरह का मरण वर्तमान काल में प्राप्त करता है, वैसा ही मरण यदि आगे भी उसको प्राप्त होगा तो ऐसे मरण को अवधिमरण कहते हैं।
अन्य परिभाषाएं, भेद-प्रभेद और अधिक जानकारी के लिए देखें मरण - 1