भूतरमण: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
Anita jain (talk | contribs) mNo edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) भद्रशाल वन के पाँच उपवनों में पांचवीं उपवन । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5. 307 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) भद्रशाल वन के पाँच उपवनों में पांचवीं उपवन । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5. 307 </span></p> | ||
<p id="2">(2) ऐरावती नदी के किनारे स्थित एक अटवी । अपनी पत्नी के क्रोध से भयभीत होकर विद्याधर मनोवेग ने अपने द्वारा अपहृता चंदना को इसी अटवी में | <p id="2">(2) ऐरावती नदी के किनारे स्थित एक अटवी । अपनी पत्नी के क्रोध से भयभीत होकर विद्याधर मनोवेग ने अपने द्वारा अपहृता चंदना को इसी अटवी में छोड़ा था । <span class="GRef"> महापुराण 75.42-44, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 27. 119 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Line 11: | Line 11: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: भ]] | [[Category: भ]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Revision as of 19:14, 3 November 2022
(1) भद्रशाल वन के पाँच उपवनों में पांचवीं उपवन । हरिवंशपुराण 5. 307
(2) ऐरावती नदी के किनारे स्थित एक अटवी । अपनी पत्नी के क्रोध से भयभीत होकर विद्याधर मनोवेग ने अपने द्वारा अपहृता चंदना को इसी अटवी में छोड़ा था । महापुराण 75.42-44, हरिवंशपुराण 27. 119