भूतवन: Difference between revisions
From जैनकोष
Anita jain (talk | contribs) mNo edit summary |
Anita jain (talk | contribs) mNo edit summary |
||
Line 11: | Line 11: | ||
[[Category: भ]] | [[Category: भ]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] | [[Category: प्रथमानुयोग]] | ||
[[Category: करणानुयोग]] |
Revision as of 19:18, 3 November 2022
विजयार्ध पर्वत की पूर्व दिशा और नीलगिरि की पश्चिम की और विद्यमान सुसीमा देश का एक वन । श्रीपाल ने यहाँ सात शिलाखंडों को एक के ऊपर एक रखकर स्वयं चक्रवर्ती होने की सूचना दी थी । महापुराण 47.65-67