अकालनय: Difference between revisions
From जैनकोष
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<p class="HindiText">-एक नय</p> <span class=GRef>प्र.सा./त.प्र./परि./नय नं.</span><span class="SanskritText"> अकालनयेन कृत्रिमोष्मपाच्यमानसहकारफलवत्समयानायत्तसिद्धि:।३१।</span>=<span class="HindiText">आत्मद्रव्य अकालनय से जिसकी सिद्धि समय पर आधार नहीं रखती ऐसा है, कृत्रिम गर्मी से पकाये गये आम्रफल की भांति।३१।</span> | |||
<p>2. काल व अकाल नय का समन्वय – देखें [[ नियति#5 | नियति - 6]]।</p> | <p class="HindiText">1. देखें [[ नय#5.4 | नय - 5.4]]। </p> | ||
<p class="HindiText">2. काल व अकाल नय का समन्वय – देखें [[ नियति#5 | नियति - 6]]।</p> | |||