स्थूल: Difference between revisions
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<span class="PrakritText"><span class="GRef"> गोम्मटसार जीवकांड/183 </span>...घादसरीरं थूलं।</span> =<span class="HindiText"> जो दूसरों को रोके, तथा दूसरों से स्वयं रुके सो स्थूल कहलाता है।</span></p> | <span class="PrakritText"><span class="GRef"> गोम्मटसार जीवकांड/183 </span>...घादसरीरं थूलं।</span> =<span class="HindiText"> जो दूसरों को रोके, तथा दूसरों से स्वयं रुके सो स्थूल कहलाता है।</span></p> | ||
<span class="SanskritText"><span class="GRef"> सर्वार्थसिद्धि/5/28/299/10 </span>सौक्ष्म्यपरिणामोपरमे स्थौल्योत्पत्तौ चाक्षुषो भवति।</span> =<span class="HindiText"> (सूक्ष्म स्कंध में से) सूक्ष्मपना निकलकर स्थूलपने की उत्पत्ति हो जाती है और इसलिए वह चाक्षुष हो जाता है।</span></p> | <span class="SanskritText"><span class="GRef"> सर्वार्थसिद्धि/5/28/299/10 </span>सौक्ष्म्यपरिणामोपरमे स्थौल्योत्पत्तौ चाक्षुषो भवति।</span> =<span class="HindiText"> (सूक्ष्म स्कंध में से) सूक्ष्मपना निकलकर स्थूलपने की उत्पत्ति हो जाती है और इसलिए वह चाक्षुष हो जाता है।</span></p> | ||
अधिक जानकारी के लिए देखें [[ सूक्ष्म ]]। | <span class="HindiText"> अधिक जानकारी के लिए देखें [[ सूक्ष्म ]]। | ||
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Revision as of 22:00, 7 December 2022
गोम्मटसार जीवकांड/183 ...घादसरीरं थूलं। = जो दूसरों को रोके, तथा दूसरों से स्वयं रुके सो स्थूल कहलाता है।
सर्वार्थसिद्धि/5/28/299/10 सौक्ष्म्यपरिणामोपरमे स्थौल्योत्पत्तौ चाक्षुषो भवति। = (सूक्ष्म स्कंध में से) सूक्ष्मपना निकलकर स्थूलपने की उत्पत्ति हो जाती है और इसलिए वह चाक्षुष हो जाता है।
अधिक जानकारी के लिए देखें सूक्ष्म ।