अत्यंताभाव: Difference between revisions
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Latest revision as of 12:32, 10 December 2022
जैन सिद्धांत प्रवेशिका/185
एक द्रव्य में दूसरे द्रव्य के अभाव को अत्यंताभाव कहते है।
- विस्तार से समझने के लिये देखें अभाव ।