स्थापना नय: Difference between revisions
From जैनकोष
Anita jain (talk | contribs) mNo edit summary |
Poonam Jain (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<span class="GRef"> | <span class="GRef"> प्रवचनसार/तत्व प्रदीपिका/परि./नय नं.१२-१५ | ||
<span class="SanskritText">स्थापनानयेन मूर्तित्ववत्सकलपुद्गलावलम्बि </span>=<span class="HindiText">स्थापना नय मूर्तित्व की भांति सर्व पुद्गलों का अवलम्बन करने वाला है| | <span class="SanskritText">स्थापनानयेन मूर्तित्ववत्सकलपुद्गलावलम्बि </span>=<span class="HindiText">स्थापना नय मूर्तित्व की भांति सर्व पुद्गलों का अवलम्बन करने वाला है| | ||
<span class="HindiText">अधिक जानकारी के लिए देखें [[ नय#I.5.3 | नय - I.5.3]]। | <span class="HindiText">अधिक जानकारी के लिए देखें [[ नय#I.5.3 | नय - I.5.3]]। |
Revision as of 21:05, 18 December 2022
प्रवचनसार/तत्व प्रदीपिका/परि./नय नं.१२-१५
स्थापनानयेन मूर्तित्ववत्सकलपुद्गलावलम्बि =स्थापना नय मूर्तित्व की भांति सर्व पुद्गलों का अवलम्बन करने वाला है|
अधिक जानकारी के लिए देखें नय - I.5.3।