अनुमोदना: Difference between revisions
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<p class="SanskritText">अनुमतशब्दः प्रयोजकस्य मानसपरिणामप्रदर्शनार्थः ॥9॥ यथा मौनव्रतिकश्चक्षुष्मान् पश्यन् क्रियमाणस्य कार्यस्याप्रतिषेधात् अभ्युपगमात् अनुमंता तथा कारयिता प्रयोवतृत्वात् तत्समर्थाचरणावहितमनःपरिणामः अनुमंतेत्यवगम्यते।</p> | <p class="SanskritText">अनुमतशब्दः प्रयोजकस्य मानसपरिणामप्रदर्शनार्थः ॥9॥ यथा मौनव्रतिकश्चक्षुष्मान् पश्यन् क्रियमाणस्य कार्यस्याप्रतिषेधात् अभ्युपगमात् अनुमंता तथा कारयिता प्रयोवतृत्वात् तत्समर्थाचरणावहितमनःपरिणामः अनुमंतेत्यवगम्यते।</p> | ||
<p class="HindiText">= करने वाले के मानस-परिणामों की स्वीकृति अनुमत है। जैसे कोई मौनी व्यक्ति किये जाने वाले कार्य का यदि निषेध नहीं करता तो वह उसका अनुमोदक माना जाता है, उसी तरह कराने वाला प्रयोक्ता होनेसे और उन परिणामों का समर्थक होने से अनुमोदक है।</p> | <p class="HindiText">= करने वाले के मानस-परिणामों की स्वीकृति अनुमत है। जैसे कोई मौनी व्यक्ति किये जाने वाले कार्य का यदि निषेध नहीं करता तो वह उसका '''अनुमोदक''' माना जाता है, उसी तरह कराने वाला प्रयोक्ता होनेसे और उन परिणामों का समर्थक होने से '''अनुमोदक''' है।</p> | ||
Latest revision as of 10:10, 23 December 2022
अनुमतशब्दः प्रयोजकस्य मानसपरिणामप्रदर्शनार्थः ॥9॥ यथा मौनव्रतिकश्चक्षुष्मान् पश्यन् क्रियमाणस्य कार्यस्याप्रतिषेधात् अभ्युपगमात् अनुमंता तथा कारयिता प्रयोवतृत्वात् तत्समर्थाचरणावहितमनःपरिणामः अनुमंतेत्यवगम्यते।
= करने वाले के मानस-परिणामों की स्वीकृति अनुमत है। जैसे कोई मौनी व्यक्ति किये जाने वाले कार्य का यदि निषेध नहीं करता तो वह उसका अनुमोदक माना जाता है, उसी तरह कराने वाला प्रयोक्ता होनेसे और उन परिणामों का समर्थक होने से अनुमोदक है।
देखें अनुमति ।