वसंत: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 14: | Line 14: | ||
== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p id="1">(1) एक पर्वत । अयोध्या का राजा वज्रबाहु अपनी रानी मनोदया और साले उदयसुंदर के साथ यहाँ आया था । यहाँ उस समय गुणसागर मुनि थे । धर्मोपदेश सुनकर वहीं दीक्षित हो गया । <span class="GRef"> पद्मपुराण 21. 73-127 </span>देखें [[ वज्रबाहु#4 | वज्रबाहु-4 ]]</p> | <div class="HindiText"> <p id="1">(1) एक पर्वत । अयोध्या का राजा वज्रबाहु अपनी रानी मनोदया और साले उदयसुंदर के साथ यहाँ आया था । यहाँ उस समय गुणसागर मुनि थे । धर्मोपदेश सुनकर वहीं दीक्षित हो गया । <span class="GRef"> पद्मपुराण 21. 73-127 </span>देखें [[ वज्रबाहु#4 | वज्रबाहु-4 ]]</p> | ||
<p id="2">(2) राम का एक योद्धा इसने रावण की सेना से युद्ध किया था ।<span class="GRef"> | <p id="2">(2) राम का एक योद्धा इसने रावण की सेना से युद्ध किया था ।<span class="GRef"> पद्मपुराण 58.21-23 </span></p> | ||
<p id="3">(3) एक विद्याधर । प्रद्युम्नकुमार ने इसकी इसके वैरी मनोवेग विद्याधर से मित्रता कराकर एक कन्या और नरेंद्र-जाल प्राप्त किया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 47.40 </span></p> | <p id="3">(3) एक विद्याधर । प्रद्युम्नकुमार ने इसकी इसके वैरी मनोवेग विद्याधर से मित्रता कराकर एक कन्या और नरेंद्र-जाल प्राप्त किया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 47.40 </span></p> | ||
</div> | </div> |
Revision as of 11:09, 15 January 2023
सिद्धांतकोष से
सुमेरुपर्वत का अपर नाम । - देखें सुमेरु ।
पुराणकोष से
(1) एक पर्वत । अयोध्या का राजा वज्रबाहु अपनी रानी मनोदया और साले उदयसुंदर के साथ यहाँ आया था । यहाँ उस समय गुणसागर मुनि थे । धर्मोपदेश सुनकर वहीं दीक्षित हो गया । पद्मपुराण 21. 73-127 देखें वज्रबाहु-4
(2) राम का एक योद्धा इसने रावण की सेना से युद्ध किया था । पद्मपुराण 58.21-23
(3) एक विद्याधर । प्रद्युम्नकुमार ने इसकी इसके वैरी मनोवेग विद्याधर से मित्रता कराकर एक कन्या और नरेंद्र-जाल प्राप्त किया था । हरिवंशपुराण 47.40