महोत्साह: Difference between revisions
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Revision as of 20:00, 3 February 2023
महेंद्रनगर के राजा महेंद्र का सामंत । इसने अंजना को निर्दोष बताकर उसे शरण देने की राजा से याचना की थी किंतु इसकी इस याचना का राजा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा था । पद्मपुराण 17.40-50