सचित्त-सन्मिश्राहार: Difference between revisions
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Revision as of 21:59, 5 March 2023
उपभोगपरिमाणव्रत के पाँच अतिचारों में तीसरा अतिचार । सचित्त से मिश्रित अचित्त वस्तुओं का सेवन करना सचित्तसन्मिश्राहार अतिचार कहलाता है । हरिवंशपुराण 58.182