कुशसेन: Difference between revisions
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Revision as of 17:38, 23 March 2023
चक्रवर्ती भरत के पूर्वभव के जीव राजकुमार पीठ के गुरु । पीठ मरकर सर्वार्थसिद्धि स्वर्ग में देव हुआ और वहाँ से चयकर भरत हुआ । पद्मपुराण 20. 124-126