जिनपूजा-पुरंदरव्रत: Difference between revisions
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<p class="HindiText">किसी भी मास की शुक्ला १ से लेकर ८ तक उपवास या एकाशना करे। नमस्कार मन्त्र का त्रिकाल जाप्य करे। (व्रतविधान संग्रह/पृ.६२); (किशनसिंह क्रियाकोश)।</p> | |||
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Revision as of 15:16, 25 December 2013
किसी भी मास की शुक्ला १ से लेकर ८ तक उपवास या एकाशना करे। नमस्कार मन्त्र का त्रिकाल जाप्य करे। (व्रतविधान संग्रह/पृ.६२); (किशनसिंह क्रियाकोश)।