छन्वीविचिति: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> छंदशास्त्र । यह अनेक अध्यायों का ग्रंथ है । इन अध्यायों में प्रस्तार, नष्ट, उद्दिष्ट, लघु, गुरू, यति और अध्वयोग का वर्णन है । वृषभदेव ने अपने पुत्रों को इसकी शिक्षा दी थी । <span class="GRef"> महापुराण 16. 113-114 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> छंदशास्त्र । यह अनेक अध्यायों का ग्रंथ है । इन अध्यायों में प्रस्तार, नष्ट, उद्दिष्ट, लघु, गुरू, यति और अध्वयोग का वर्णन है । वृषभदेव ने अपने पुत्रों को इसकी शिक्षा दी थी । <span class="GRef"> महापुराण 16. 113-114 </span></p> | ||
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Revision as of 14:14, 3 July 2023
छंदशास्त्र । यह अनेक अध्यायों का ग्रंथ है । इन अध्यायों में प्रस्तार, नष्ट, उद्दिष्ट, लघु, गुरू, यति और अध्वयोग का वर्णन है । वृषभदेव ने अपने पुत्रों को इसकी शिक्षा दी थी । महापुराण 16. 113-114