असिद्ध: Difference between revisions
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Revision as of 01:36, 17 July 2023
सिद्धेतर जीव (संसारी जीव) । ये जीव तीन प्रकार के होते हैं—असंयत, संयतासंयत और संयत । इनमें असंयत जीव आरंभ के चार गुणस्थान में होते हैं, संयतासंयत पंचम गुणस्थान में और संयत छठे से चौदहवें गुणस्थान तक रहते हैं । हरिवंशपुराण 3. 72-78