इक्षुरस: Difference between revisions
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<span class="GRef"> सागार धर्मामृत/5/35 पर उद्धृत </span>- <span class="SanskritText">गोरसः क्षीरघृतादि, इक्षुरसः खंडगुड आदि, फलरसो द्राक्षाम्रादिनिष्यंदः, धान्यरसस्तैलमंडादि । </span>= <span class="HindiText">घी, दूध आदि गो रस हैं । शक्कर, गुड़ आदि '''इक्षु रस''' हैं । द्राक्षा, आम आदि के रस को फल रस कहते हैं और तेल, माँड़ आदि को धान्य रस कहते हैं । <br /> | <span class="GRef"> सागार धर्मामृत/5/35 पर उद्धृत </span>- <span class="SanskritText">गोरसः क्षीरघृतादि, इक्षुरसः खंडगुड आदि, फलरसो द्राक्षाम्रादिनिष्यंदः, धान्यरसस्तैलमंडादि । </span>= <span class="HindiText">घी, दूध आदि गो रस हैं । शक्कर, गुड़ आदि '''इक्षु रस''' हैं । द्राक्षा, आम आदि के रस को फल रस कहते हैं और तेल, माँड़ आदि को धान्य रस कहते हैं । <br /> | ||
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Latest revision as of 12:22, 20 July 2023
सागार धर्मामृत/5/35 पर उद्धृत - गोरसः क्षीरघृतादि, इक्षुरसः खंडगुड आदि, फलरसो द्राक्षाम्रादिनिष्यंदः, धान्यरसस्तैलमंडादि । = घी, दूध आदि गो रस हैं । शक्कर, गुड़ आदि इक्षु रस हैं । द्राक्षा, आम आदि के रस को फल रस कहते हैं और तेल, माँड़ आदि को धान्य रस कहते हैं ।
अधिक जानकारी के लिये देखें रस-4