देवेंद्र: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
आप नंदिसंघ के देशीयगण की गुर्वावली (–देखें [[ इतिहास ]]) के अनुसार गुणनंदि के शिष्य तथा वसुनंदि के गुरु थे/श.सं./782 के ताम्रपत्र के अनुसार मान्यखेट के राजा अमोघवर्ष द्वारा एक देवेंद्र आचार्य को दान देने का उल्लेख मिलता है। संभवत: यह वही हों। समय–शक.780-820; वि.915-955; (ई.858-898) (<span class="GRef"> महापुराण/ </span> | आप नंदिसंघ के देशीयगण की गुर्वावली (–देखें [[ इतिहास ]]) के अनुसार गुणनंदि के शिष्य तथा वसुनंदि के गुरु थे/श.सं./782 के ताम्रपत्र के अनुसार मान्यखेट के राजा अमोघवर्ष द्वारा एक देवेंद्र आचार्य को दान देने का उल्लेख मिलता है। संभवत: यह वही हों। समय–शक.780-820; वि.915-955; (ई.858-898) (<span class="GRef"> महापुराण/ प्रस्तावना 41 पं.पन्नालाल</span>) (<span class="GRef"> षट्खंडागम 2/ प्रस्तावना 10 H.L.Jain</span>)–देखें [[ इतिहास#7.5 | इतिहास 7.5]]। | ||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 08:43, 2 August 2023
आप नंदिसंघ के देशीयगण की गुर्वावली (–देखें इतिहास ) के अनुसार गुणनंदि के शिष्य तथा वसुनंदि के गुरु थे/श.सं./782 के ताम्रपत्र के अनुसार मान्यखेट के राजा अमोघवर्ष द्वारा एक देवेंद्र आचार्य को दान देने का उल्लेख मिलता है। संभवत: यह वही हों। समय–शक.780-820; वि.915-955; (ई.858-898) ( महापुराण/ प्रस्तावना 41 पं.पन्नालाल) ( षट्खंडागम 2/ प्रस्तावना 10 H.L.Jain)–देखें इतिहास 7.5।