तोरण: Difference between revisions
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ध./१४/५,६,५१/३९/४ <span class="PrakritText">पुराणं पुराणं पासादाणं वंदणमालबंधणट्ठं पुरदोट्ठविदरूक्खविसेसा तोरणं णाम।</span> =<span class="HindiText">प्रत्येक पुर प्रासादों पर वन्दनमाला बाधने के लिए आगे जो वृक्ष विशेष रखे जाते हैं वह तोरण कहलाता है। </span> | |||
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Revision as of 16:15, 25 December 2013
ध./१४/५,६,५१/३९/४ पुराणं पुराणं पासादाणं वंदणमालबंधणट्ठं पुरदोट्ठविदरूक्खविसेसा तोरणं णाम। =प्रत्येक पुर प्रासादों पर वन्दनमाला बाधने के लिए आगे जो वृक्ष विशेष रखे जाते हैं वह तोरण कहलाता है।