रिट्ठनेमिचरिउ: Difference between revisions
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कवि स्वयंभू (ई. 734-840) कृत, नेमिनाथ का जीवन वृत्त। 112 संधियों में विभक्त 18000 श्लोक प्रमाण अपभ्रंश काव्य। ( | <span class="HindiText"> कवि स्वयंभू (ई. 734-840) कृत, नेमिनाथ का जीवन वृत्त। 112 संधियों में विभक्त 18000 श्लोक प्रमाण अपभ्रंश काव्य। (<span class="GRef">तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/101</span>)।</span> | ||
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Revision as of 13:07, 17 August 2023
कवि स्वयंभू (ई. 734-840) कृत, नेमिनाथ का जीवन वृत्त। 112 संधियों में विभक्त 18000 श्लोक प्रमाण अपभ्रंश काव्य। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/101)।