सर्वभद्र: Difference between revisions
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Revision as of 09:44, 2 October 2023
सिद्धांतकोष से
यक्ष जाति के व्यंतरदेवों का एक भेद। -देखें यक्ष ।
पुराणकोष से
इस नाम का एक उपवास । विनयश्री इस उपवास के फलस्वरूप सौधर्मेंद्र की देवी हुई थी । हरिवंशपुराण 60.92 देखें सर्वतोभद्र