परमेश्वर: Difference between revisions
From जैनकोष
mNo edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 2: | Line 2: | ||
<ol> | <ol> | ||
<div class="HindiText"> <p> <li>भूतकालीन सोलहवें तीथकर - देखें [[ तीर्थंकर#5 | तीर्थंकर- 5]]। </li> | <div class="HindiText"> <p> <li>भूतकालीन सोलहवें तीथकर - देखें [[ तीर्थंकर#5 | तीर्थंकर- 5]]। </li> | ||
<li>आप एक कवि थे। आपने वागर्थसंग्रह पुराणग्रंथ चंपू रूप में लिखा था। समय - ई. 763 से पूर्ववर्ती | <li>आप एक कवि थे। आपने वागर्थसंग्रह पुराणग्रंथ चंपू रूप में लिखा था। समय - ई. 763 से पूर्ववर्ती <span class="GRef">( महापुराण/ प्र./48 पं. पन्नालाल)</span>; </li> | ||
<li>परमात्मा के अर्थ में परमेश्वर - देखें [[ परमात्मा ]]। </li> | <li>परमात्मा के अर्थ में परमेश्वर - देखें [[ परमात्मा ]]। </li> | ||
</ol> | </ol> |
Revision as of 22:21, 17 November 2023
सिद्धांतकोष से
-
- भूतकालीन सोलहवें तीथकर - देखें तीर्थंकर- 5।
- आप एक कवि थे। आपने वागर्थसंग्रह पुराणग्रंथ चंपू रूप में लिखा था। समय - ई. 763 से पूर्ववर्ती ( महापुराण/ प्र./48 पं. पन्नालाल);
- परमात्मा के अर्थ में परमेश्वर - देखें परमात्मा ।
पुराणकोष से
(1) वागर्थसंग्रह पुराण के कर्त्ता एक आचार्य । महापुराण 1. 62
(2) सौघर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.149