प्रतिचंद्र: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> महोदधि का पुत्र । इसने पिता से राज्य प्राप्त किया था । इसके किष्किंध और अंध्रकरूढ नामक दो पुत्र थे । किष्किंध को राज्य देकर इसने निर्ग्रंथ दीक्षा ले की थी । अंत में समाधिमरण पूर्वक शरीर त्याग कर इसने मोक्ष पाया । <span class="GRef"> पद्मपुराण 6.349, 352-353 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> महोदधि का पुत्र । इसने पिता से राज्य प्राप्त किया था । इसके किष्किंध और अंध्रकरूढ नामक दो पुत्र थे । किष्किंध को राज्य देकर इसने निर्ग्रंथ दीक्षा ले की थी । अंत में समाधिमरण पूर्वक शरीर त्याग कर इसने मोक्ष पाया । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_6#349|पद्मपुराण - 6.349]],[[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_6#352|पद्मपुराण - 6.352]]-353 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Revision as of 22:21, 17 November 2023
महोदधि का पुत्र । इसने पिता से राज्य प्राप्त किया था । इसके किष्किंध और अंध्रकरूढ नामक दो पुत्र थे । किष्किंध को राज्य देकर इसने निर्ग्रंथ दीक्षा ले की थी । अंत में समाधिमरण पूर्वक शरीर त्याग कर इसने मोक्ष पाया । पद्मपुराण - 6.349,पद्मपुराण - 6.352-353