नक्षत्रमाला व्रत: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p class="HindiText">प्रथम अश्विनी नक्षत्र से लेकर एकान्तरा क्रम से ५४ दिन में २७ उपवास पूरे करे। नमस्कार मन्त्र का त्रिकाल जाप्य करे। (व्रत-विधान-संग्रह/पृ.५३); (किशनसिंह क्रियाकोश)।</p> | |||
[[नक्षत्र | Previous Page]] | |||
[[नगर | Next Page]] | |||
[[Category:न]] | |||
Revision as of 17:15, 25 December 2013
प्रथम अश्विनी नक्षत्र से लेकर एकान्तरा क्रम से ५४ दिन में २७ उपवास पूरे करे। नमस्कार मन्त्र का त्रिकाल जाप्य करे। (व्रत-विधान-संग्रह/पृ.५३); (किशनसिंह क्रियाकोश)।