सर्वप्रिय: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1">(1) तीर्थंकर वृषभदेव के अट्ठाईसवें गणधर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 12.60 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1">(1) तीर्थंकर वृषभदेव के अट्ठाईसवें गणधर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 12.60 </span></p> | ||
<p id="2">(2) राम का पक्षधर एक योद्धा । यह विद्याधरों का स्वामी था । रावण की सेना को देखकर यह व्याघ्रवाही रथ पर बैठकर ससैन्य घर से निकला था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 58.4 </span></p> | <p id="2">(2) राम का पक्षधर एक योद्धा । यह विद्याधरों का स्वामी था । रावण की सेना को देखकर यह व्याघ्रवाही रथ पर बैठकर ससैन्य घर से निकला था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_58#4|पद्मपुराण - 58.4]] </span></p> | ||
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Revision as of 22:36, 17 November 2023
(1) तीर्थंकर वृषभदेव के अट्ठाईसवें गणधर । हरिवंशपुराण 12.60
(2) राम का पक्षधर एक योद्धा । यह विद्याधरों का स्वामी था । रावण की सेना को देखकर यह व्याघ्रवाही रथ पर बैठकर ससैन्य घर से निकला था । पद्मपुराण - 58.4