अमर: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) राजा सूर्य का पुत्र । इसने वज्रनाम के नगर की स्थापना की थी । देवदत्त इसका पुत्र था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 17.33 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) राजा सूर्य का पुत्र । इसने वज्रनाम के नगर की स्थापना की थी । देवदत्त इसका पुत्र था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_17#33|हरिवंशपुराण - 17.33]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) मरण रहित अवस्था को प्राप्त जीव । इस अवस्था की प्राप्ति के लिए ‘‘अमराय नमः’’ इस पीठिका-मंत्र का जप किया जाता है । <span class="GRef"> महापुराण 40.16 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) मरण रहित अवस्था को प्राप्त जीव । इस अवस्था की प्राप्ति के लिए ‘‘अमराय नमः’’ इस पीठिका-मंत्र का जप किया जाता है । <span class="GRef"> महापुराण 40.16 </span></p> | ||
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Latest revision as of 14:39, 27 November 2023
(1) राजा सूर्य का पुत्र । इसने वज्रनाम के नगर की स्थापना की थी । देवदत्त इसका पुत्र था । हरिवंशपुराण - 17.33
(2) मरण रहित अवस्था को प्राप्त जीव । इस अवस्था की प्राप्ति के लिए ‘‘अमराय नमः’’ इस पीठिका-मंत्र का जप किया जाता है । महापुराण 40.16