केवलाचरण: Difference between revisions
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<span class="HindiText"> केवलज्ञान का आवरक कर्म । इसी के क्षय से केवलज्ञान उत्पन्न होता है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 10.154 </span> | <span class="HindiText"> केवलज्ञान का आवरक कर्म । इसी के क्षय से केवलज्ञान उत्पन्न होता है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_10#154|हरिवंशपुराण - 10.154]] </span> | ||
Revision as of 14:41, 27 November 2023
केवलज्ञान का आवरक कर्म । इसी के क्षय से केवलज्ञान उत्पन्न होता है । हरिवंशपुराण - 10.154