गृहशोभा: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> कर्त्रन्वय-क्रियाओं में पारिव्राज्य-क्रिया के लक्षणरूप सत्ताईस सूत्रपदों में एक सूत्रपद । गृह-शोभा का परित्याग करने से तपस्वी के सामने श्रीमंडप की शोभा स्वयमेव आती है । <span class="GRef"> महापुराण 39.186 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> कर्त्रन्वय-क्रियाओं में पारिव्राज्य-क्रिया के लक्षणरूप सत्ताईस सूत्रपदों में एक सूत्रपद । गृह-शोभा का परित्याग करने से तपस्वी के सामने श्रीमंडप की शोभा स्वयमेव आती है । <span class="GRef"> महापुराण 39.186 </span></p> | ||
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Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
कर्त्रन्वय-क्रियाओं में पारिव्राज्य-क्रिया के लक्षणरूप सत्ताईस सूत्रपदों में एक सूत्रपद । गृह-शोभा का परित्याग करने से तपस्वी के सामने श्रीमंडप की शोभा स्वयमेव आती है । महापुराण 39.186