चक्रपुर: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ का राजा अपराजित था । यह तीर्थंकर अरनाथ की प्रथम पारणास्थली थी । <span class="GRef"> महापुराण 59. 239, 65.35, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 27.89, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 7.28 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ का राजा अपराजित था । यह तीर्थंकर अरनाथ की प्रथम पारणास्थली थी । <span class="GRef"> महापुराण 59. 239, 65.35, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_27#89|हरिवंशपुराण - 27.89]], </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 7.28 </span></p> | ||
<p id="2">(2) विद्याधरों की निवासभूमि । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_55#86|पद्मपुराण - 55.86]] </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) विद्याधरों की निवासभूमि । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_55#86|पद्मपुराण - 55.86]] </span></p> | ||
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Revision as of 14:41, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
भरतक्षेत्र का एक नगर–देखें मनुष्य - 4।
पुराणकोष से
(1) जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र का एक नगर । यहाँ का राजा अपराजित था । यह तीर्थंकर अरनाथ की प्रथम पारणास्थली थी । महापुराण 59. 239, 65.35, हरिवंशपुराण - 27.89, पांडवपुराण 7.28
(2) विद्याधरों की निवासभूमि । पद्मपुराण - 55.86