ध्वजस्तंभ: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> समवसरण मे निर्मित ध्वजाओं के खंभे । ये मणिमयी पीठिकाओं पर स्थित होते हैं । इनकी चौड़ाई अठासी अंगुल, अंतर पच्चीस-पच्चीस धनुष प्रमाण तथा ऊंचाई तीर्थंकरों के शरीर की ऊँचाई से बारह गुना अधिक होती है । <span class="GRef"> महापुराण 22.212-215 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> समवसरण मे निर्मित ध्वजाओं के खंभे । ये मणिमयी पीठिकाओं पर स्थित होते हैं । इनकी चौड़ाई अठासी अंगुल, अंतर पच्चीस-पच्चीस धनुष प्रमाण तथा ऊंचाई तीर्थंकरों के शरीर की ऊँचाई से बारह गुना अधिक होती है । <span class="GRef"> महापुराण 22.212-215 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:11, 27 November 2023
समवसरण मे निर्मित ध्वजाओं के खंभे । ये मणिमयी पीठिकाओं पर स्थित होते हैं । इनकी चौड़ाई अठासी अंगुल, अंतर पच्चीस-पच्चीस धनुष प्रमाण तथा ऊंचाई तीर्थंकरों के शरीर की ऊँचाई से बारह गुना अधिक होती है । महापुराण 22.212-215