पदशास्त्र: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> स्वयंभू वृषभदेव द्वारा निर्मित सौ से अधिक अध्यायों से युक्त अति गंभीर व्याकरण शास्त्र । <span class="GRef"> महापुराण 16.112 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> स्वयंभू वृषभदेव द्वारा निर्मित सौ से अधिक अध्यायों से युक्त अति गंभीर व्याकरण शास्त्र । <span class="GRef"> महापुराण 16.112 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:11, 27 November 2023
स्वयंभू वृषभदेव द्वारा निर्मित सौ से अधिक अध्यायों से युक्त अति गंभीर व्याकरण शास्त्र । महापुराण 16.112