पुण्यकथा: Difference between revisions
From जैनकोष
Komaljain7 (talk | contribs) mNo edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> त्रेसठ शलाका-पुरुषों का जीवन चरित । इसके श्रवण से त्रिवर्ग (धर्म, अर्थ और काम) की प्राप्ति होती है । <span class="GRef"> महापुराण 2.31, 45 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> त्रेसठ शलाका-पुरुषों का जीवन चरित । इसके श्रवण से त्रिवर्ग (धर्म, अर्थ और काम) की प्राप्ति होती है । <span class="GRef"> महापुराण 2.31, 45 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
त्रेसठ शलाका-पुरुषों का जीवन चरित । इसके श्रवण से त्रिवर्ग (धर्म, अर्थ और काम) की प्राप्ति होती है । महापुराण 2.31, 45