पूर्व: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 13: | Line 13: | ||
== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText">(1) चौरासी लाख पूर्वांग प्रमाण काल । देखें [[ काल ]]<span class="GRef"> महापुराण 3.218, 48. 28, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 7.25 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText">(1) चौरासी लाख पूर्वांग प्रमाण काल । देखें [[ काल ]]<span class="GRef"> महापुराण 3.218, 48. 28, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_7#25|हरिवंशपुराण - 7.25]] </span></p> | ||
<p id="2" class="HindiText">(2) श्रुतज्ञान के पर्याय आदि बीस भेदों में उन्नीसवाँ भेद । पूर्व चौदह होते हैं— | <p id="2" class="HindiText">(2) श्रुतज्ञान के पर्याय आदि बीस भेदों में उन्नीसवाँ भेद । पूर्व चौदह होते हैं— | ||
<ol> | <ol> | ||
Line 30: | Line 30: | ||
<li class="HindiText"> क्रियाविशालपूर्व और </li> | <li class="HindiText"> क्रियाविशालपूर्व और </li> | ||
<li class="HindiText"> लोकबिंदुपूर्व ।</li></ol> | <li class="HindiText"> लोकबिंदुपूर्व ।</li></ol> | ||
<span class="GRef"> हरिवंशपुराण 2. 96-100, 10.12-13 </span></p> | <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_2#96|हरिवंशपुराण - 2.96-100]], [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_10#12|10.12-13]]</span></p> | ||
<p id="3" class="HindiText">(3) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25. 112 </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25. 112 </span></p> | ||
</div> | </div> |
Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
काल का प्रमाण विशेष - देखें गणित - I.1.4।
पुराणकोष से
(1) चौरासी लाख पूर्वांग प्रमाण काल । देखें काल महापुराण 3.218, 48. 28, हरिवंशपुराण - 7.25
(2) श्रुतज्ञान के पर्याय आदि बीस भेदों में उन्नीसवाँ भेद । पूर्व चौदह होते हैं—
- उत्पादपूर्व
- अग्रायणीयपूर्व
- वीर्यप्रवादपूर्व
- अस्तिनास्तिप्रवादपूर्व
- ज्ञानप्रवादपूर्व
- सत्यप्रवादपूर्व
- आत्मप्रवादपूर्व
- कर्मप्रवादपूर्व
- प्रत्याख्यानपूर्व
- विद्यानुवादपूर्व
- कल्याणपूर्व
- प्राणावायपूर्व
- क्रियाविशालपूर्व और
- लोकबिंदुपूर्व ।
(3) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25. 112