प्लवग-विद्या: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> बंदर जैसा रूप प्रदान करने में समर्थ विद्या । अणुमान् (हनुमान्) ने इसी विद्या से लंका में बंदर का रूप धारण किया था । <span class="GRef"> महापुराण 68.363-364 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> बंदर जैसा रूप प्रदान करने में समर्थ विद्या । अणुमान् (हनुमान्) ने इसी विद्या से लंका में बंदर का रूप धारण किया था । <span class="GRef"> महापुराण 68.363-364 </span></p> | ||
<p>फ</p> | <p>फ</p> | ||
</div> | </div> |
Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
बंदर जैसा रूप प्रदान करने में समर्थ विद्या । अणुमान् (हनुमान्) ने इसी विद्या से लंका में बंदर का रूप धारण किया था । महापुराण 68.363-364
फ