भीमप्रभ: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> राजा आदित्यगति और उसकी रानी सदनपद्मा का पुत्र । इसकी एक हजार स्त्रियां तथा एक सौ आठ पुत्र थे । आयु के अंत में इसने बड़े पुत्र को राज्य देकर दीक्षा ले ली थी तथा तपश्चरणपूर्वक परम पद पाया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_5#382|पद्मपुराण - 5.382-384]] </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> राजा आदित्यगति और उसकी रानी सदनपद्मा का पुत्र । इसकी एक हजार स्त्रियां तथा एक सौ आठ पुत्र थे । आयु के अंत में इसने बड़े पुत्र को राज्य देकर दीक्षा ले ली थी तथा तपश्चरणपूर्वक परम पद पाया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_5#382|पद्मपुराण - 5.382-384]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
राजा आदित्यगति और उसकी रानी सदनपद्मा का पुत्र । इसकी एक हजार स्त्रियां तथा एक सौ आठ पुत्र थे । आयु के अंत में इसने बड़े पुत्र को राज्य देकर दीक्षा ले ली थी तथा तपश्चरणपूर्वक परम पद पाया था । पद्मपुराण - 5.382-384