भूतारण्यक: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> सीता और सीतोदा नदियों के तटों पर पूर्व-पश्चिम विदेह पर्यंत लंबे तथा लवण समुद्रतट से मिले हुए चार देवारण्यों में इस नाम के दो वन । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.281 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सीता और सीतोदा नदियों के तटों पर पूर्व-पश्चिम विदेह पर्यंत लंबे तथा लवण समुद्रतट से मिले हुए चार देवारण्यों में इस नाम के दो वन । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#281|हरिवंशपुराण - 5.281]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
सीता और सीतोदा नदियों के तटों पर पूर्व-पश्चिम विदेह पर्यंत लंबे तथा लवण समुद्रतट से मिले हुए चार देवारण्यों में इस नाम के दो वन । हरिवंशपुराण - 5.281