योजन: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> क्षेत्र का आठ हजार दंड प्रमित प्रमाण । यह अकृत्रिम रचना के मापने में दो हजार कोश का और कृत्रिम रचना के माप में चार कोश का होता है । <span class="GRef"> (हरिवंशपुराण 4.36, 7.46) </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> क्षेत्र का आठ हजार दंड प्रमित प्रमाण । यह अकृत्रिम रचना के मापने में दो हजार कोश का और कृत्रिम रचना के माप में चार कोश का होता है । <span class="GRef"> ([[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_4#36|हरिवंशपुराण - 4.36]], 7.46) </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
क्षेत्र का आठ हजार दंड प्रमित प्रमाण । यह अकृत्रिम रचना के मापने में दो हजार कोश का और कृत्रिम रचना के माप में चार कोश का होता है । (हरिवंशपुराण - 4.36, 7.46)