रथरेणु: Difference between revisions
From जैनकोष
m (→सिद्धांतकोष से) |
(Imported from text file) |
||
Line 13: | Line 13: | ||
== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p> एक क्षेत्र मापक प्रमाण । यह आठ त्रस रेणुओं के बराबर होता है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 7.39 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक क्षेत्र मापक प्रमाण । यह आठ त्रस रेणुओं के बराबर होता है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_7#39|हरिवंशपुराण - 7.39]] </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
क्षेत्र का प्रमाण विशेष− सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए देखें गणित-I.1 ।
पुराणकोष से
एक क्षेत्र मापक प्रमाण । यह आठ त्रस रेणुओं के बराबर होता है । हरिवंशपुराण - 7.39