श्रीगुह: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) एक नगर । लक्ष्मण ने इस नगर के राजा को अपने अधीन किया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_94#7|पद्मपुराण - 94.7]] </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) एक नगर । लक्ष्मण ने इस नगर के राजा को अपने अधीन किया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_94#7|पद्मपुराण - 94.7]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) अयोध्या नगरी के राजा नाभिराय का एक महल । यहाँ वृषभदेव का जन्म हुआ था । भरतेश के मणि, चर्म और काकिणीरत्न इसी महल में प्रकट हुए थे । <span class="GRef"> महापुराण 14. 72-74, 37.85 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) अयोध्या नगरी के राजा नाभिराय का एक महल । यहाँ वृषभदेव का जन्म हुआ था । भरतेश के मणि, चर्म और काकिणीरत्न इसी महल में प्रकट हुए थे । <span class="GRef"> महापुराण 14. 72-74, 37.85 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
(1) एक नगर । लक्ष्मण ने इस नगर के राजा को अपने अधीन किया था । पद्मपुराण - 94.7
(2) अयोध्या नगरी के राजा नाभिराय का एक महल । यहाँ वृषभदेव का जन्म हुआ था । भरतेश के मणि, चर्म और काकिणीरत्न इसी महल में प्रकट हुए थे । महापुराण 14. 72-74, 37.85