सुघोषा: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> गंधर्वसेना का सत्रह तारों वाली एक वीणा । क्रिन्नर-देवों ने यह वीणा दक्षिणतटवासी विद्याधरों को दो थी । <span class="GRef"> महापुराण 70.296, 75.327, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 19. 137, 20.61 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> गंधर्वसेना का सत्रह तारों वाली एक वीणा । क्रिन्नर-देवों ने यह वीणा दक्षिणतटवासी विद्याधरों को दो थी । <span class="GRef"> महापुराण 70.296, 75.327, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_19#137|हरिवंशपुराण - 19.137]], 20.61 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
गंधर्वसेना का सत्रह तारों वाली एक वीणा । क्रिन्नर-देवों ने यह वीणा दक्षिणतटवासी विद्याधरों को दो थी । महापुराण 70.296, 75.327, हरिवंशपुराण - 19.137, 20.61