सुवर्णवर्मा: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) गांधार देश की उशीरवती नगरी के राजा आदित्यगति का पौत्र तथा हिरण्यवती का पुत्र । हिरण्यवर्मा ने अभिषेकपूर्वक इसे राज्य देकर श्रीपुर नगर में श्रीपाल मुनि के पास जैनेश्वरी दीक्षा ले ली थी । <span class="GRef"> महापुराण 46.145-146, 216-217 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) गांधार देश की उशीरवती नगरी के राजा आदित्यगति का पौत्र तथा हिरण्यवती का पुत्र । हिरण्यवर्मा ने अभिषेकपूर्वक इसे राज्य देकर श्रीपुर नगर में श्रीपाल मुनि के पास जैनेश्वरी दीक्षा ले ली थी । <span class="GRef"> महापुराण 46.145-146, 216-217 </span></p> | ||
<p id="2">(2) वंग देश के कांतपुर नगर का राजा । इसकी रानी विद्युल्लेखा कौर पुत्र महाबल था । चंपा नगरी के राजा श्रीषेण की रानी धनश्री इसकी बहिन थी । <span class="GRef"> महापुराण 75.81-82 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) वंग देश के कांतपुर नगर का राजा । इसकी रानी विद्युल्लेखा कौर पुत्र महाबल था । चंपा नगरी के राजा श्रीषेण की रानी धनश्री इसकी बहिन थी । <span class="GRef"> महापुराण 75.81-82 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
(1) गांधार देश की उशीरवती नगरी के राजा आदित्यगति का पौत्र तथा हिरण्यवती का पुत्र । हिरण्यवर्मा ने अभिषेकपूर्वक इसे राज्य देकर श्रीपुर नगर में श्रीपाल मुनि के पास जैनेश्वरी दीक्षा ले ली थी । महापुराण 46.145-146, 216-217
(2) वंग देश के कांतपुर नगर का राजा । इसकी रानी विद्युल्लेखा कौर पुत्र महाबल था । चंपा नगरी के राजा श्रीषेण की रानी धनश्री इसकी बहिन थी । महापुराण 75.81-82