स्तनित: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> भवनवासी देवों का एक भेद । ये तीर्थंकर की समवसरण भूमि के चारों और विद्युन्माला आदि से युक्त होकर गंधोदकमय वर्षा करते हैं । इनका मूल आवास पाताललोक है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 3.23, 4.63, 65, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 19. 70 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> भवनवासी देवों का एक भेद । ये तीर्थंकर की समवसरण भूमि के चारों और विद्युन्माला आदि से युक्त होकर गंधोदकमय वर्षा करते हैं । इनका मूल आवास पाताललोक है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_3#23|हरिवंशपुराण - 3.23]], 4.63, 65, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 19. 70 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
पुराणकोष से
भवनवासी देवों का एक भेद । ये तीर्थंकर की समवसरण भूमि के चारों और विद्युन्माला आदि से युक्त होकर गंधोदकमय वर्षा करते हैं । इनका मूल आवास पाताललोक है । हरिवंशपुराण - 3.23, 4.63, 65, वीरवर्द्धमान चरित्र 19. 70