स्थित्वाशन: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> मुनि के अट्ठाईस मूलगुणों में एक गुण― खडे होकर आहार ग्रहण करना । इसका अपर नाम स्थितिभुक्ति है । <span class="GRef"> महापुराण 20. 90 </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 2.128 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> मुनि के अट्ठाईस मूलगुणों में एक गुण― खडे होकर आहार ग्रहण करना । इसका अपर नाम स्थितिभुक्ति है । <span class="GRef"> महापुराण 20. 90 </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_2#128|हरिवंशपुराण - 2.128]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
मुनि के अट्ठाईस मूलगुणों में एक गुण― खडे होकर आहार ग्रहण करना । इसका अपर नाम स्थितिभुक्ति है । महापुराण 20. 90 हरिवंशपुराण - 2.128