दशार्ण: Difference between revisions
From जैनकोष
Anita jain (talk | contribs) mNo edit summary |
Anita jain (talk | contribs) mNo edit summary |
||
Line 3: | Line 3: | ||
<ol class="HindiText"> | <ol class="HindiText"> | ||
<li> मालवा का पूर्व भाग। इस देश में वेत्रवती (वेतवा) नदी बहती है। कुछ स्थानों में दशार्ण (धसान) नदी भी बहती है और अंत में चलकर वेत्रवती में जा मिलती है। विदिशा (भेलसा) इसकी राजधानी है। </li> | <li> मालवा का पूर्व भाग। इस देश में वेत्रवती (वेतवा) नदी बहती है। कुछ स्थानों में दशार्ण (धसान) नदी भी बहती है और अंत में चलकर वेत्रवती में जा मिलती है। विदिशा (भेलसा) इसकी राजधानी है। </li> | ||
<li>भरतक्षेत्र आर्य खंड का एक देश–देखें [[ मनुष्य#4.4| मनुष्य - 4.4]]। </li> | <li>भरतक्षेत्र में पूर्वी आर्य खंड का एक देश–देखें [[ मनुष्य#4.4| मनुष्य - 4.4]]। </li> | ||
</ol> | </ol> | ||
Latest revision as of 21:18, 17 December 2023
सिद्धांतकोष से
- मालवा का पूर्व भाग। इस देश में वेत्रवती (वेतवा) नदी बहती है। कुछ स्थानों में दशार्ण (धसान) नदी भी बहती है और अंत में चलकर वेत्रवती में जा मिलती है। विदिशा (भेलसा) इसकी राजधानी है।
- भरतक्षेत्र में पूर्वी आर्य खंड का एक देश–देखें मनुष्य - 4.4।
पुराणकोष से
भरतक्षेत्र के आर्यखंड में ऋक्ष पर्वत का एक देश, वृषभदेव की विहारभूमि । इसे भरतेश ने जीता था । महापुराण 16.153,25.287-288, 29.42, 75.10
(2) मृगावती देश का एक नगर । महापुराण 71.291, पांडवपुराण 11.55