वादीभसिंह: Difference between revisions
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<li>अकलंक देव के गुरु भाई पुष्पसेन (ई.६२०-६८०) के शिष्य। असली नाम ओडयदेव, तमिलनाडु के वासी। कृतियेंछत्र चूड़ामणि, गद्य चिन्तामणि। समय - ई.७७०-८६०। ( | <li>अकलंक देव के गुरु भाई पुष्पसेन (ई.६२०-६८०) के शिष्य। असली नाम ओडयदेव, तमिलनाडु के वासी। कृतियेंछत्र चूड़ामणि, गद्य चिन्तामणि। समय - ई.७७०-८६०। ( देखें - [[ इतिहास#7.1 | इतिहास / ७ / १ ]]), (ती./३/२५-२७)। </li> | ||
<li> वादिराज द्वि. के शिष्य, यादवराज ऐरेयंग शान्तराज तेलगु (ई. ११०३) के गुरु। असली नाम अजित सेन। कृति स्याद्वाद् सिद्धि। समय - ई.११०३ (ई.श.१२ पूर्व)। (ती./३/९२)। </li> | <li> वादिराज द्वि. के शिष्य, यादवराज ऐरेयंग शान्तराज तेलगु (ई. ११०३) के गुरु। असली नाम अजित सेन। कृति स्याद्वाद् सिद्धि। समय - ई.११०३ (ई.श.१२ पूर्व)। (ती./३/९२)। </li> | ||
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Revision as of 15:26, 6 October 2014
- अकलंक देव के गुरु भाई पुष्पसेन (ई.६२०-६८०) के शिष्य। असली नाम ओडयदेव, तमिलनाडु के वासी। कृतियेंछत्र चूड़ामणि, गद्य चिन्तामणि। समय - ई.७७०-८६०। ( देखें - इतिहास / ७ / १ ), (ती./३/२५-२७)।
- वादिराज द्वि. के शिष्य, यादवराज ऐरेयंग शान्तराज तेलगु (ई. ११०३) के गुरु। असली नाम अजित सेन। कृति स्याद्वाद् सिद्धि। समय - ई.११०३ (ई.श.१२ पूर्व)। (ती./३/९२)।