विजयार्ध: Difference between revisions
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<li> रा.वा./३/१०/४/१७१/१६ <span class="SanskritText">चक्रभृद्विजयार्धकरत्वाद्विजयार्ध इति गुणतः कृताभिधानो।</span> = <span class="HindiText">चक्रवर्ती के विजयक्षेत्र की आधी सीमा इस पर्वत से निर्धरित होती है, अतः इसे विजयार्ध कहते हैं। (विशेष | <li> रा.वा./३/१०/४/१७१/१६ <span class="SanskritText">चक्रभृद्विजयार्धकरत्वाद्विजयार्ध इति गुणतः कृताभिधानो।</span> = <span class="HindiText">चक्रवर्ती के विजयक्षेत्र की आधी सीमा इस पर्वत से निर्धरित होती है, अतः इसे विजयार्ध कहते हैं। (विशेष देखें - [[ लोक#3 | लोक / ३ ]]-७)।</span></li> | ||
<li><span class="HindiText"> विजयार्ध पर्वत का एक कूट व उसका स्वामी | <li><span class="HindiText"> विजयार्ध पर्वत का एक कूट व उसका स्वामी देव।– देखें - [[ लोक#5.4 | लोक / ५ / ४ ]]। </span></li> | ||
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Revision as of 15:26, 6 October 2014
- रा.वा./३/१०/४/१७१/१६ चक्रभृद्विजयार्धकरत्वाद्विजयार्ध इति गुणतः कृताभिधानो। = चक्रवर्ती के विजयक्षेत्र की आधी सीमा इस पर्वत से निर्धरित होती है, अतः इसे विजयार्ध कहते हैं। (विशेष देखें - लोक / ३ -७)।
- विजयार्ध पर्वत का एक कूट व उसका स्वामी देव।– देखें - लोक / ५ / ४ ।